Heavy burden of evil
मैं एक सीधा साधा आदमी हु ऐसा मैं अपने आप को समझता ही लेकिन ये मेरा सीधापन सही में सीधा या ये मेरी गलतफहमी है इस बात का अंदाजा मुझे कभी कभी अहसास हुआ लेकिन मुझे मेरे गुरुर ने मुझे इसे समझने ही नही दिया मैं हमने अपने अपनी ज़िंदगी में बहुत दुख नहीं लेकिन थोड़ा दुख हुआ है तब मै ये अहसास किया की ये मेरा जो दुःख है इस दुख को दूसरे के ऊपर डाल दू तो मै इस दुख से आजादी पा सकता हु और मेरी इसी सोच की वजह से मैं एक अमीर इंसान हु मेरे पास सब कुछ है लेकीन मैं अभी ये सोच रखता हु ज्यादा से ज्यादा पैसा हो चाहे वो किसी भी तरह से आ रहा हो लेकीन इस बात के कुछ परिणाम मुझमें तो छोरो मेरे घर वालो में भी आ गया है और मेरे बेटो में भी मैं जितना टाइम उनकी खोवाहिसो को पूरा करता हूं उतना टाइम ही वो मेरी बात सुनते हैं और जब मै किसी बात से इंकार कर देता हु तो मुझे बस लूटना चाहते है खैर यहां तक होती तो भी कोई बात नहीं थी लेकीन ये अब मुझे बहुत ही बहुत क्रूर बना दिया है अब मैं अपने ज़िंदगी में नहीं कोई अच्छा काम करता हु और नही किसी दूसरो को करने देना चाहता हु कियुकी अब मै क्रूरता के एकदम अंतिम चरण में पहुंच गया हु। लेकीन मुझे क्या पता था कि ये सब जो मैं कर रहा हूं वो एक दिन मुझे मेरे कर्मो का फल मुझे मिलेगा ।।।
आज मेरी सारी कमाई मुझसे चीन लिया मेरे ही बेटो ने ये कह के की तुमने जैसे किया है वैसे ही तुम्हारे साथ हम करेंगे तुम अब बूढ़े हो गए हो तुम से अब हमारा कुछ भी फायदा नहीं होगा इसी लिय तुमको मार देने में ही फायदा है ताकि हम जल्दी जल्दी अपने हिस्सा ले सके ।।।।
ये सब होने के बाद मुझे बहुत ही अपसोस हो रहा है कास मै ऐसा ना किया होता मैने दुनियावी फायदा के लिय अपना दुनिया भी खराब कर लिय और अब मरने के बाद मेरा मुकदर जहानम होगा।
यही है मेरी गुनाहों की गठरी
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