Muhammad Aamir |
लेकीन ऐसा क्या हुआ जो इन्हें मुहमद आमिर बन गए ये बात है जब लालकृष्ण आडवानी जी ने रथ यात्रा निकाला था और बहुत से लोगों ने अयोध्या कुच किया बाबरी मस्जिद तोड़ने के लिए इनमे से बलवीर सिंह भी थे जो बहुत ही हिंदूवादी सोच रखते थे ये अपने बारे बताते हैं की उस दिन यानी 6 दिसंबर को ये बहुत ही आक्रोश में थे । ये और इनके सभी साथी भी थे मस्जिद तोड़ने में । जिसके बाद वो हरियाणा के पानीपत में चले गए बाद में पुलिस के डर से कभी यहां तो कभी वहा । इनके पिता जी बहुत ईमानदार आदमी थे वो कभी भी किसी धर्म के प्रती गलत विचार नही रखते थे लेकीन जब उनको ये मालूम हुआ कि उनका लड़का भी मस्जिद तोड़ने में शामिल था तब वो बहुत ही दुखी हुऐ किसी भी धर्म के धर्म स्थल तोड़ना बहुत बड़ा पाप है और मेरा बेटा मस्जिद तोरा है जो बहुत बरा पाप किया है । और वो अपनें लड़के से इतना नाराज हुए की अपनें परिवार वालो से कह दिया कि जब मैं मर जाऊ तो उसे बोलना की वो मेरी अर्थी को हाथ तक न लगाए । जब बलवीर सिंह को जब ये पता चला कि उनके पिता जी का मृत्यू हो गया है तो वो घर आए बाद में घर वालो ने पिता जी का संदेश सुना दीयउनको और घर वालो ने कहने लगे तुम्हारी वजह से ही पिता जी की मृत्यू हुई है । जिसके बाद वो अपनें और दोस्तो से मिलने गय पता चला की उनमें से एक तो पागल हो गया है और एक ने अपना धर्म परिवर्तन करवा लिया और मुस्लिम हो गया है। फिर इनकी फिर ये अपनी पत्नी को अपने साथ चलने को कहा तब घर वालो ने माना कर दीया ये यही रहेगी बाद में उनकी पत्नी ने उनके साथ जाने से इंकार कर दिया आखिर में वो अपनें दोस्त जो मुस्लिम हो गया उसे मिलने का प्लान बनाया फिर उनसे मिले पूछा तुम्हे क्या हो गया जो तुम मुस्लिम बन गए वो बोला मस्जिद वाले घटना के बाद मैंन बहुत बेचैनी और घबराहट होने लगा कई बार मुझे खुदकुशी करने का मन करता था बाद मै मैंने एक मौलवी साहब से मिला और अपनी सारी बातें बताई और ये भी बताए मुझसे बहुत बरी गलती हो गया है और मैं अब ये सब छोड़ना चाहता हु और मैं अपनें पैसे से मस्जिद बनवाऊंगा जिसके बाद वो उन्हें इसलाम में माफी और रहम के बारे में बताए की कोई चाहे कितना बरगुनाह कर लिया हो लेकिन सच्चे दिल से अगर वो उसे पे अफसोस करता है और दुबारा न करने का वादा करता है तो उसे रब माफ कर देता है जिसके बाद मैं मुस्लिम बन गया ।
ये सब बाते सुनके बलवीर सिंह ने भी वादा किया कि मैं भी ईमान लाऊंगा और 100 मस्जिद तामीर करवाऊंगा जिसके बाद वो भी सच्चे दिल से तौबा किया और मुस्लिम बन गए बाद में वो अपनें घर आए और अपनी बीवी के साथ रहने लगे बाद में उनकी बीवी ने इसलाम धर्म अपनाया लिया और वो अब तक 100 से ज्यादा मस्जिस तामीर करवाए ।
आज के दिन यानी 23जुलाई 2021 इस दुनिया से रूखसद हो गय यानी उनका इंतकाल हो गया ।
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