अफगानिस्तान का मजूदा हालात से आप रूबरू हो ही चुके होने क्योंकि हाल ही में ये काफी चर्चे में रहा है और खास कर इंडियन मीडिया और इंटरनेशनल मीडिया ने भी इसी खूब चलाया।और हाल के दिनों में वो तब ज्यादा चर्चा में रहा जब दानिश शिदिकी का मृत्यु हो गया अफगानिस्तान और तालिबान लड़ाई में । और अब वो ज्यादा चर्चा में इस लिय है जब उसने देश की राजधानी काबुल में दाखिल हुआ तब ये वो वक्त था जब बहुत से लोग ये कयास लगा रहे थे की जब तालिबान लड़के राजधानी काबुल में दाखिल होगा तब बहुत संघर्ष करना होगा लेकिन ये सिर्फ कयास ही रह गया तालिबान के लड़ाको ने बरी ही आसानी से काबुल को अपने कब्जे में ले लिया और ज्यादा खून खराबा भी नही हुआ जैसा कि सोचा था हालाकि काबुल एयरपोर्ट से कुछ दिल दहला देने वाली वीडियो भी आय जिसमे लोग हवाई जहाज में किसी भी तरह काबुल से नि
कलने को बेताब थे। और लोगो की भीर ज्यादा होने की वजह से अफरा तफरी मच गई फिर कुछ खबर भी आया की अमेरिकी सैनिकों ने हवाई फायरिंग किया लोगो को तितर बितर करने के लिय जिसमे 5 से 7 लोगो की जान जाने की भी खबर आई है फिर लोगो ने किसी तरह हवाई जहाज में चढ़ के काबुल से निकलना चाहा इस भीर में कुछ लोग ने हवाई जहाज के पहियों पे ही बैठे रहे को उरान भरने के समय ही रनवे पे तो कुछ आगे रिहायसी इलाकों के छत पे गिर गए फिर इन सभी पे यूनाइटेड नेशन के बयान भी की वो इन सभी पे नजर बनाए हुए है और वो दोनो ही पछो से कहा है जंग को खतम करे और वहा के लोगो जहा जाने चाहते हैं उनको वहा से निकलने में मदद की जाएगी ।और फिर शाम को एक वीडियो रिलीज कर कहा गया की तालिबान के कारकों को ये आदेश दिया जाता है की वो किसी के घर में नही घुसेंगे किसी को नही मरेंगे और किसी का कोई संपत्ति का कुछ भी नुकसान नहीं पहुंचा या जायेगा सबके लिए आम माफी का हुक्म है किसी को भी कोई तकलीफ नहीं पहुचाई जाएगी ।
हम आपको बतादे की ये सब होने से पहले ही वहा के राष्ट्रपति और कुछ नेता और उनके रितेदार सभी ने शाम होने से पहले ही देश छोर दिया और काबुल से कजाकिस्तान को गय फिर वहा से ओमान जाके सिफ्ट हो गय , एक अमेरिकी न्यूज के हवाले से बताया गया की जब राष्ट्रपति जा रहे थे तब अपने साथ 4 इंपॉर्टेंट गारी और नगदी से भरे है हेलीकाप्टर ले गय और भी मालों दौलत अपने साथ ले गय बाद में वो अपने ऑफिशियल फेसबुक से पोस्ट लिखा कि वो खून खराबा नही चाहते थे अपने देश ले लोगो का तभी वो वहा से चले गए ।
अब वहा पूरी तरह तालिबान का कब्जा है और तालिबान के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है की तालिबान अपने देश का नया नाम रखा Islamic Emirate of Afghanistan जो अब अफगानिस्तान का नया नाम होगा सुहैल शाहीन से जब पूछा गया कि वो अब लड़कियों को स्कूल में पढ़ने देंगे की नही तो उन्होंने क्या लड़किया जैसे पढ़ रही है उन्हे वैसे ही पढ़ने दिया जाएगा वो जो पहलीबार हुआ था तब तब तालिबान ने भी पहली बार सता हासिल किया और उसे कुछ गलती भी हुआ होगा लेकिन अब वैसा नहीं होगा हम लड़कियों को जैसा अभी तालीम दिया जा रहा था वैसे ही उनको दिया जाएगा उनको हिजाब पहना होगा फिर औरतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा बाजार आ सकती है हिजाब पहना के और उन्होंने कहा जो बाहरी देश लोग हैं उनको चाहिए कि वो हमसे संपर्क करें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित किया जा सके।
तालिबान को लोग इस्लामिक शरिया पे चलने की वजह से उनका विरोध किया जाता है हालाकि बहुत से ऐसे देशों में इस्लामिक शरिया कानून लागू है उनमें सबसे पहले सऊदी में भी इसलामिक शरीय कानून लागू है ।
बहुत से लोगो को उनके सजा देने वाले नियम से दिक्कत है जैसे कि चोरी करने वाले का हाथ काट दिया जाता है। और रेप करने वाले को सरेआम फाशी पर लटका दिया जाता है या कत्ल कर दिया जाता है। साथ ही जीना करने वाली औरतों को सरेआम पत्थर से मार डाला जाता है । और बाजार या घर से बाहर निकलने वाली औरतों और लड़कियों को अपने घर के किसी सदस्य के साथ ही बाहर निकल सकती है या बाजार जा सकती है।
अफगानिस्तान में अभी तक कोन कोन सा देश लड़ाई की और हार के जाना पारा उनमें सभी सकतीशाली देश है उनमें सबसे पहले है रूस के सोवित संघ जिसको टुकड़े टुकड़े होके अपने देश जाना पड़ा बाद में अमरीका को भी और बहुत से नेटो प्रमुख देश को भी हार के वापस जाना पड़ा।
ऐसा क्या है जो बहुत से देश वहा जाते हैं जितने के लिए तो इसका जवाब है लिथियम और भी बहुत से तत्व है जो वहा भारी मात्रा में पाया जाता है जिसकी वजह से बहुत से देश वहा पे जाते हैं । पहले तेल के लिए जाते थे और अब लिथियम के लिय ।
अभी तालिबान के आने के बाद बाकी देशों की क्या प्रतिक्रिया है तालिबान पे तो चीन ने कहा है की वो तालिबान से हमारे रिश्ते कभी भी खराब नही हुआ है हम तालिबान को एक दोस्त के रूप में देखते हैं और चीन वहा से अपना दूतावास नही हटाएगा । पाकिस्तान के pm इमरान खान ने कहा है कि अफगानिस्तान के लोगो के गुलामी की बेरिया तोड़ दिया है और तालिबान को अपना दोस्त समझते हैं ।
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